उन्मुक्त गगन में उड़ने दो..

बाहों को फैलाकर,
मन को दृढ़ बनाकर,
राह रीति सब छोड़-छाड़ कर,
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो!

छू लेने दो आसमान को,
बस इतना कर लेने दो ,
बंधनो को तोड़ कर,
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो!

मुझमें में ही खुद को देखो तुम,
ना रोको तुम, ना टोको तुम,
स्वच्छंद मुझे अब रहने दो,
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो!

तुम भी मेरे साथ चलो ,
इतना सा विश्वास करो,
कुछ बातें दिल की खास करो,
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो!

हम दोनो को,
हम दोनों में,
मस्त मगन अब रहने दो,
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो!

कहना है कुछ तुमसे,
कह लेंगे अगर,
कह लेने दो,
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो!
उन्मुक्त गगन में उड़ने दो!